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गेहूं की ये टॉप 3 किस्में बदलते मौसम में भी देंगी बंपर पैदावार, जानें अन्य विशेषताएं.

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मौसम और जलवायु के बदलते किसानों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. जैसे कभी ज्यादा गर्मी होती है, तो फसलों को पानी की ज्यादा आवश्यकता होती है. ऐसे में अगर खेती की सिंचाई में कमी रह जाए तो किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ जाता है. जलवायु परिवर्तन की वजह से उपजे इन्हीं चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए भारतीय कृषि वैज्ञानिक लगातार प्रयास करके गेंहू की ऐसी किस्मों को विकसित कर रहे हैं जिससे किसानों को बेहतर पैदावार मिले.

इसी क्रम में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान यानी IARI के वैज्ञानिकों ने गेहूं की कई नई किस्में विकसित की हैं जिनमें- HD3410 पूसा जवाहर गेंहू, HD3388 पूसा यशोधरा गेंहू और HD3390 शामिल हैं.

HD3410 पूसा जवाहर गेंहू

गेंहू की ये किस्म मध्य भारत के लिए किसी वरदान से कम नहीं. जैसे कि आप जानते हैं गेंहू की बुवाई आमतौर पर नवंबर के महीने में की जाती है, लेकिन HD3410 पूसा जवाहर गेंहू किस्म की 20 अक्टूबर के बाद कभी भी बुवाई की जा सकती है. साथ इस किस्म को मध्य प्रदेश, दिल्ली के आसपास के मैदानी इलाकों के लिए ही विकसित किया गया है. साथ ही यह किस्म लगभग 66 से 67 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की औसत उपज देती है.

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